Commonwealth Games 2022: Punjab की हरजिंदर कौर ने लहरा दिया भारत का परचम, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, PM मोदी की तरफ से लगा बधाइयों का तांता, देखें क्या बोले CM भगवंत मान?
Commonwealth Games 2022 Harjinder Kaur wons the bronze medal in weightlifting
Commonwealth Games 2022 : इंग्लैंड के बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG 2022) में भारत मेडल पे मेडल जीत रहा है। वहीं, इस समय पंजाब की एक लड़की की बहुत चर्चा हो रही है। दरअसल, पंजाब की हरजिंदर कौर (वेटलिफ्टर) ने महिलाओं की 71 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक (Bronze Medal) जीत भारत का नाम रोशन कर दिया है। हरजिंदर कौर (वेटलिफ्टर) की इस बड़ी जीत और भारत की शान बढ़ाने के लिए हर तरफ से उन्हें बधाई मिल रही है|
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी बधाई...
भारत के लिए वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीतने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरजिंदर कौर (Weightlifter Harjinder Kaur) को खूब-खूब बधाई दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इस मंजिल तक पहुंचने के लिए हरजिंदर कौर ने अपने जीवन में कई बाधाओं को पार किया है। हरजिंदर कौर सभी के लिए एक बहुत ही प्रेरक कहानी हैं। आने वाले वर्षों में हरजिंदर कौर और अधिक गौरव प्राप्त करें।
PM मोदी ने दी बधाई ...
वहीं, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में हमारे भारोत्तोलन दल ने असाधारण प्रदर्शन किया है। इसे जारी रखते हुए हरजिंदर कौर ने कांस्य पदक जीता। इस विशेष उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई। उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।
पंजाब के CM भगवंत मान ने बधाई देते हुए कही यह बड़ी बात..
इसके साथ ही CM भगवंत मान ने हरजिंदर कौर को बधाई देते हुए एक बड़ी बात कही। सीएम मान ने ट्वीट करते हुए लिखा- राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन में कांस्य पदक जीतने पर हरजिंदर कौर को बधाई। हरजिंदर आप पंजाब की लड़कियों के लिए प्रेरणा स्रोत होंगे...आपके माता-पिता और कोचों को भी बधाई...भविष्य के लिए शुभकामनाएं... चकदे इंडिया….
पंजाब के नाभा की रहने वाली हैं हरजिंदर कौर...
बतादें कि, कॉमनवेल्थ गेम्स में 71 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीतने वालीं हरजिंदर कौर मूल रूप से पंजाब के नाभा के पास माहेस गांव की निवासी हैं। नाभा पटियाला जिला के अंदर आता है। वाकई, हरजिंदर कौर की मेहनत आज रंग लाई। यहाँ तक पहुंचने के लिए कई कठिनाइयां उनके जीवन में आईं लेकिन वह डगमगाई नहीं और आज इस मुकाम आ खड़ी हुईं।